इस लोकसभा चुनाव चरम पर चल रहा है। पार्टी से टिकट हासिल करने वाले हो या फिर निर्दलीय प्रत्याशी सभी मैदान में डटे हुए हैं। प्रचार के दौरान दिन और रात की सीमाएं दूर हो गई है। बड़े नेता भी खुद को प्रचार में झौंके हुए हैं। आलम यह है कि खुद को स्टार प्रचारक कहने वाले नेताओं के परिजन भी चुनाव प्रचार के दौरान घर-घर जाकर वोट मांगने को मजबूर हैं। लेकिन इसी बीच कांग्रेस नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम के परिवार में ऐसी घटना घट गई है कि उन्हें चुनाव प्रचार से दूरी बनानी पडी है।
खुद पूर्व सीएम एवं कांग्रेस से प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर पूरे मामले की जानकारी दी है। पूर्व सीएम का कहना है कि उनके बड़े दामाद का निधन हो गया है। जिनके अंतिम संस्कार के लिए वह लखनऊ में हैं। कुछ समय तक वह अपनी बेटी मृणालिनी और परिवार के बीच रहेंगे। इस दौरान वह चुनाव प्रचार करने भी नहीं जाएंगे। पोस्ट को देखकर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
कल रात मेरे बड़े दामाद राजा रत्नाकर सिंह रामनगर का दुखद देहांत हो गया। ६१ वर्ष के रत्नाकर लगभग एक साल से कैंसर से पीड़ित थे। उनके अंतिम संस्कार के लिए मैं लखनऊ में हूं। इस दुख की घड़ी में चुनाव प्रचार को विराम देकर मैं मेरी बेटी मृणालिनी और परिवारवालों के साथ हूँ।
ईश्वर रत्नाकर…— Digvijaya Singh (@digvijaya_28) April 22, 2024
पूर्व सीएम एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की बडी पुत्री मृणालिनी के पति राजा रत्नाकर रामनगर 61 वर्ष के थे। वह पिछले एक वर्ष से केंसर की बीमारी से जूढ रहे थे। इसी बीच उपचार के दौरान उनका निधन हो गया है। निधन की जानकारी मिलते ही दिग्विजय सिंह उनके लखनऊ स्थिति आवास पर पहुंच गए। इस दौरान लिखा कि दुख की घडी में वह अपनी बेटी मृणालिनी के साथ है।
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आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह राजगढ़ से चुनावी मैदान में हैं। यह उनकी सबसे ज्यादा सुरक्षित सीट मानी जाती है। वह 33 वर्ष के बाद यहां से एक बार फिर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रोडमल नागर से हैं। मध्य प्रदेश की कुछ हॉट सीटों में से एक सीट राजगढ़ भी है। यहां तीसरे चरण यानी सात मई को मतदान होना है।
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