Mahakumbh 2025: अगर महाकुंभ मेला जा रहे हैं, तो ये जगहें जरूर घूम कर आना, मिलेगा अनोखा अनुभव

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prayagraj mahakumbh 2025 । Image Source: Google

Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होना एक ऐसा अनुभव है जो हर किसी की जिंदगी में एक बार जरूर होना चाहिए। यह शहर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक धरोहर भी इसे अद्वितीय बनाती है। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में कदम रखना मानो भारतीय परंपराओं और आधुनिकता के बीच एक गहरा तालमेल देखना है।

यहां की पवित्र नदियां, ऐतिहासिक स्थल और जीवंत सांस्कृतिक विरासत हर आगंतुक को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। अगर आप भी प्रयागराज जाने की योजना बना रहे हैं, तो यहां के कुछ प्रमुख स्थलों को देखना न भूलें।

त्रिवेणी संगम: 3 नदियों का पवित्र मिलन

प्रयागराज का त्रिवेणी संगम गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों का संगम स्थल है। यह स्थान हिंदू धर्म में सबसे पूजनीय माना जाता है। यहां पर डुबकी लगाने से मोक्ष की प्राप्ति की मान्यता है। त्रिवेणी संगम पर नाव की सवारी करना न केवल आध्यात्मिक, बल्कि एक शांत और ध्यानपूर्ण अनुभव भी है।

चंद्रशेखर आज़ाद पार्क: स्वतंत्रता संग्राम की याद

चंद्रशेखर आज़ाद पार्क, जिसे पहले अल्फ्रेड पार्क के नाम से जाना जाता था। भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आज़ाद को समर्पित है। यह पार्क न केवल आज़ाद की स्मृतियों को जीवित रखता है, बल्कि यहां का शांत वातावरण आत्मिक शांति प्रदान करता है।

बड़े हनुमान मंदिर: आस्था का प्रमुख केंद्र

प्रयागराज का बड़े हनुमान मंदिर भगवान हनुमान की विशाल मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। यहां स्थापित मूर्ति लगभग 20 फीट ऊंची है और इसे देखने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं। यह मंदिर अपने शांत और आध्यात्मिक वातावरण के लिए जाना जाता है।

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प्रयागराज संग्रहालय: इतिहास की झलक

प्रयागराज संग्रहालय भारतीय इतिहास और संस्कृति का अद्भुत संग्रह प्रस्तुत करता है। यह संग्रहालय इलाहाबाद किले के अंदर स्थित है और यहां प्राचीन मूर्तियां, शिलालेख और ऐतिहासिक कलाकृतियां देखने को मिलती हैं। यह इतिहास प्रेमियों के लिए एक खास जगह है।

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आनंद भवन: नेहरू परिवार की विरासत

आनंद भवन भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। नेहरू परिवार का यह पैतृक घर अब एक संग्रहालय है, जिसमें जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण वस्तुएं, दस्तावेज और तस्वीरें संरक्षित हैं। यह स्थान भारतीय इतिहास के प्रति जिज्ञासा रखने वालों के लिए एक अनमोल खजाना है।

इलाहाबाद किला

सम्राट अकबर द्वारा निर्मित इलाहाबाद किला प्रयागराज की शान है। यमुना नदी के किनारे स्थित यह किला मुगल युग की स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व इसे एक प्रमुख आकर्षण बनाते हैं।

कुंभ मेला: आध्यात्मिकता का महोत्सव

प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। यहां लाखों श्रद्धालु एकत्र होकर गंगा स्नान करते हैं और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं। यह मेला भारतीय परंपराओं और संस्कृति की गहराई को समझने का एक अद्वितीय अवसर प्रदान करता है।

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