वर्तमान में जिस तेजी के साथ तकनीकि का विकास हो रहा है उसी तेजी के साथ उसके दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। गूगल के माध्यम से होने वाले स्कैम की संख्या में इजाफा हो रहा है। गाडियों में टोल टैक्स कटवाने के लिए लगवाए गए FasTeg से भी स्कैम की घटनाएं सामने आ रही है। एक ताजा उदाहरण महाराष्ट्र के नालासोपारा से हैं जहां FasTeg की वजह से एक व्यक्ति के खाते से 2.40 लाख रुपए पार हो गए। पीडित व्यक्ति ने शिकायत की है।
यह है पूरा मामला
महाराष्ट्र के नालासोपारा के रहने वाले सख्स को अपने FasTeg को रिचार्ज करने में कोई परेशानी आ रही थी। परेशानी का हल निकालने के लिए उसने Customer Care Number पर बात करना चाहा। उसके पास नंबर नहीं होने पर उसने गूगल का सहारा लिया। गूगल से मिले FasTeg के Customer Care Number पर कॉल की तो उधर से खुद को फास्टेग का एक्जीक्यूटिव अधिकारी बताया। और समस्या बताने को कहा।
भरोसा कर पीडित ने पूरी जानकारी खुद को एक्जीक्यूटिव अधिकारी बताने वाले सख्स को बताई तो उसने रिमोटली एप डाउनलोड करे को कहा। पीडित ने जब रिमोट एप डाउनलोड किया तो Customer Care Number वाला सख्स पीडित के मोबाइल को काफी देर तक आपरेटर करता रहा। उसने एक के बाद एक 6 ट्रांसजेक्शन कर 2.40 लाख रुपए उसके खाते से निकाल लिए। फोन कटने के बाद आए मैसेज से उसे अपने साथ स्कैम की जानकारी मिली तो सन्न रह गया।
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यह बरतें सावधानी
आमतौर पर किसी भी कंपनी की Customer Care पर बात करनी है तो उसका नंबर गूगल पर तलाशने क बजाए संबंधित कंपनी की बेबसाइट पर जाकर वहां से नंबर निकालकर Customer Care पर बात करें। किसी भी अंजान व्यक्ति के कहने पर कोई भी ऐप डाउनलोड नहीं करें। अपने मोबाइल का एक्सेस किसी अंजान को नहीं दें। वहीं अपने बैंक एकाउंट की डिटेल किसी के साथ भी साझा नहीं करें।